मिल्कीपुर। मिल्कीपुर के पलिया माफी पशु आश्रय स्थल में मंगलवार को अचानक मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक आनन्द पहुंचे।जबकि परियोजना निदेशक (पी० डी) पहले से ही वहां मौजूद रहे।आश्रय स्थल पहुचे सीडीओ ने सभी सम्बंधित अधिकारियों से उनके कार्य के बारे में जानकारी ली तथा कहा कि व्यवस्था में त्रुटि होने पर कोई बहाना नहीं चलेगा।
पिछले दिनों बारिश के दौरान कई दिनों तक पशु आश्रय स्थल पलिया माफी में अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा जानवरों को बेसहारा छोड़ देने की वजह से करीब 17 गोवंशों की मौत हो गई थी। जिसकी खबरें प्रकाशित होने के बाद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। जिसके बाद से पलिया माफी पशु आश्रय स्थल काफी चर्चा में आ गया है। इस आश्रय स्थल की मानीटरिंग जिला अधिकारी अनुज कुमार झा एवं मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक आनन्द स्वयं करने लगे हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को सीडीओ अभिषेक आनन्द पलिया माफी पशु आश्रय स्थल पहुंचे और वहां मौजूद अधिकारियों को काफी देर तक व्यवस्था सुधारने के बाबत दिशा निर्देश देते रहे। सीडीओ ने आश्रय स्थल के नोडल अधिकारी मिल्कीपुर एडीओ पंचायत विनोद कुमार सिंह को साफ- सफाई का कड़ा निर्देश देते हुए पशुओं को हरा चारा उपलब्ध कराने का आदेश दिया। साथ ही अवर अभियंता को जानवरों के रहने के लिए एक नया सेड बनाने हेतु तुरंत इस्टीमेट तैयार कर निर्माण कार्य शुरू कराने का निर्देश दिया। मंगलवार को पहुचीं चिकित्सा टीम को पशुओं का स्वास्थ्य आज काफी सुधार पर दिखा।आज चार पशु बीमार थे। जिनका इलाज हैरिंग्टनगंज पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विवेक शुक्ल की देखरेख में चल रहा है।सीडीओ ने पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विवेक शुक्ल से पशुओं के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा के बारे जानकारी ली। जहाँ पशुओं की चिकित्सा चल रही थी वहाँ स्वयं जाकर पशुओं को देखा। पशु आश्रय स्थल पर उत्पन्न अव्यवस्था के प्रमुख जिम्मेदार नोडल अधिकारी विनोद कुमार सिंह को किसी भी तरीके की लापरवाही पर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने को कहा।
पालिया माफी पशु आश्रय स्थल का सीडीओ ने किया निरीक्षण
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