तकनीकी एवं टेक्नोलाॅजी बेस्ट शोध के बारे में दी जानकारी
अयोध्या। डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्व विद्यालय के तकनीकी संस्थान में आयोजित होने वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस 27-28 जुलाई हेतु संस्थान के शिक्षक एवम छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी अगरतला के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ मुनेश चंद द्वारा विशेष व्यख्यान दिया गया।उन्होंने बताया कि तकनिकी एवम टेक्नोलॉजी बेस्ड शोध पत्र मुख्यतः तीन प्रकार से लिखे जाते प्रथम सर्वे बेस्ड दूसरा मॉडेल बेस्ड तीसरा इम्प्लीमेंटेशन बेस्ड आधारित लिखा जाता है।छात्र ध्छात्राओं को उन्होंने बताया कि शोध पत्र केवल उच्च शिक्षा हेतु ही नहीं अपितु प्राइवेट सेक्टर में रिसर्च एवम डेवलोपमेन्ट में भी जॉब के विकल्प उपलब्ध रहते है । एक्सपर्ट का स्वागत निदेशक आचार्य रमापति मिश्र ने किया एवं अपने उदबोधन में छात्रध्छात्राओं एवम शिक्षकों को हमेशा सीखते रहने के लिए प्रेरित किये और शोध की महत्ता एवम आवश्यकता को बताया ।उन्होंने 5जी नेटवर्क पे अपने दिए गए बैंगलोर में विशेष व्यख्यान की चरचा करते हुए कहा कि 58 साल की युवा उम्र में भी नया कुछ सीखने को हमेशा तैयार रहता हूँ फिर तकनीकी संस्थान में तो सभी युवा है। कार्यक्रम का संचालन डॉ बृजेश भरद्वाज जी ने किया इस अवसर पर संस्थान के शिक्षक शिक्षका डॉ प्रियंका श्रीवास्तव, डॉ वन्दिता पाण्डेय , डॉ सुधीर प्रकाश श्रीवास्तव डॉ महिमा चैरसिया, डॉ ब्रजेश भारद्वाज, डॉ अतुल सेन, श्री अभिनव , इं. पारितोष त्रिपाठी, इं. रमेश मिश्र, इं. समृद्धि सिंह ,इं. कृति श्रीवास्तव, इं. श्वेता मिश्रा, सुप्रिया त्रिवेदी, इं. शोभित श्रीवास्तव, इं. नूपूर केसरवानी, ज्योति यादव, इं. आस्था कुशवाहा, इं. अवधेश दीक्षित, इं. प्रवीन मिश्रा, इं. अवधेश मौर्या, इं. अनुराग सिंह, इं. मनीषा यादव, इ. पीयूष राय, दिलीप यादव , सुनील प्रभाकर , सौहार्द ओझा, शिक्षा जैन, निधि प्रसाद, रजनीश पाण्डेय, शाम्भवी शुक्ला,अमित भाटी, चन्द्रशेखर वर्मा, चन्दन अरोड़ा, महेश चैरसिया , आशुतोष मिश्रा एवं छात्र-छात्राए उपस्थित रहें।