कुव्यवस्था की गिरफ्त में सरकारी गौशालाएं
अयोध्या। घुमंतू गौवंश को आश्रय देने के लिए प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा बनवायी गयी गौशालाएं कुव्यवस्था की भेंट चढ़ गयी हैं। जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी गौशालाओं में रखी गयी गौमाताओं को चारा-पानी तक उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं जिससे आये दिन भूंख के कारण गौमाताएं दम तोड़ रही हैं। ग्राम सभा बैसिंग की सरकारी गौशलाा मंे अबतक सैकड़ों गौतामाता की मौत हो चुकी है। यह विचार शाने अवध सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में सपा के पूर्व राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन ने व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि गौमाता के नाम पर भाजपा सत्ता में आयी सत्ता में आने के बाद गांवो में सरकारी गौशालाएं बनवायी गयीं और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों को उनके दाना-पानी की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गयी। लाखों रूपये का बजट जिला प्रशासन को मिला परन्तु हालात यह हैं कि सरकारी गौशालाओं में रखी गयी गौमाता चारा और पानी के अभाव में भूंख से तड़प-तड़प कर मर रही हैं। उन्होंनंे कहा कि भाजपा नेताओं को दूसरों की फ्रिज में क्या रखा है यह तो पता चल जाता है परन्तु सरकारी गौशलाओं में भूंख के कारण मौत की शिकार बनी गौमाताओं की जानकारी उन्हें नहीं हो पाती है और यही लोग गौमाता के सम्मान की बात करते हैं। उन्होंने सरकार से मांग किया कि सरकारी गौशलाओं में भूंख के कारण गौमाता मौत प्रकरण की जांच करायी जाय और इसके लिए जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराकर कार्यवाही की जाय। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सरकार गौमाता की देखभाल करने में सक्षम नहीं है तो वह लिखित रूप से दे समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता गौमाताओं के दाना पानी की व्यवस्था करायेंगे।