11 लाख 13 हजार बच्चो को दवा खिलाये जाने का लक्ष्य निर्धरित
2226 ग्रामीण क्षेत्र की आशाओ और अर्बन क्षेत्र की 60 आशाओ के द्वारा एक से 19 वर्ष के बच्चों को आज से 7 अक्टूबर तक खिलाई जाएगी एल्बेण्डाजाल की दवा
अयोध्यां। जनपद में 11 लाख 13 हजार बच्चो को दवा खिलाये जाने का लक्ष्य निर्धरित है द्य 1 से 19 वर्ष के बच्चो में कृमि संक्रमण की व्यापकता 76 प्रतिशत ही जिसके कारण प्रदेश में कृमि मुक्ति अभियान का 28 सितम्बर से जिले के बच्चों को आशा / आगंनवाड़ी कार्यकर्ता घरदृघर जाकर पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेण्डाजाल खिलाई गयी 1 वर्ष से 2 वर्ष के बच्चो को 200 मी.ग्रा (आधी गोली ) 2 से 19 वर्ष के बालक /बालिकाओ को 400 मी.ग्रा .(1 गोली ) चबा कर पानी से खाना है। यह अभियान 28 सितम्बर से 7 अक्टूबर तक चलेगा। यह कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग संयुक्त रूप से प्रयासरत हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 45 जिलों में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान सोमवार से शुरू हो गया है द्य 11 लाख 13 हजार बच्चो को दवा खिलाये जाने का लक्ष्य निर्धरित है द्य यह अभियान 7 अक्टूबर तक चलेगा। उन्होने बताया कि11 लाख 13 हजार बच्चो को दवा खिलाये जाने का लक्ष्य है द्य कोरोना महामारी के कारण आगंनवाड़ी केंद्र और स्कूल आदि बंद चल रहे हैं। इसलिए इस बार आशा और आगंनवाड़ी कार्यकर्ता की मदद से एक वर्ष से 19 तक बच्चों को एल्बेण्डाजाल की दवा घर-घर जाकर खिलाई जाएगी। किसी भी अभिभावक को यह टेबलेट रखने या बाद में खिलाने के लिए नहीं देनी है। यह दवा आशा / आगंनवाड़ी के सामने ही बच्चों को खिलानी है। जनपद में कार्यक्रम के संचालन की नोडल आरकेएसके जिम्मेदारी एवं डीसीपीएम् की होगी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी / परिवार कल्याण नोडल डॉ अजय मोहन ने बताया कि कोविड दृ 19 के सक्रमंण के चलते सभी फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओं को खास प्रोटोकाल का पालन करने के निर्देश दिये गए हैं। अभियान में लगे सभी स्वास्थ्य कर्मी मास्क के साथ शारीरिक दूरी का पालन करते हुये बच्चों को दवा खिलाएंगे। उन्होने बताया कि ज्यादा छोटे बच्चों को टेबलेट चूरा कर पानी के साथ खिलाया जाएगा। बड़े बच्चों को भी दवा चबा चबाकर ही खानी है।
डीसीपीएम् अमित कुमार ने बताया कि 2226 ग्रामीण क्षेत्र की आशाओ और अर्बन क्षेत्र की 60 आशाओ द्वारा शहरी क्षेत्रो के द्वारा दवा वितरण कराया जा रहा है जिले के 11 लाख 13 हजार बच्चो को ृदवा खिलाये जाने का लक्ष्य निर्धरित है द्य एक से 19 वर्ष के बच्चों को आज से 7 अक्टूबर तक खिलाई जाएगी एल्बेण्डाजाल की दवा , सभी ब्लॉक एवम शहरी क्षेत्र को एल्बेंडाजोल उपलब्ध करा दिया गया है वर्तमान मे कोविड 19 के संक्रमण के कारण विद्यालय व आगनबाडी बंद है सरकार द्वारा प्राप्त निर्देशों के क्रम में फ्रंटलाइन वर्कर आशा / आगनबाडी कार्यकर्ता के सहयोग से घर घर भ्रमण द्वारा समस्त 1 से 19 वर्ष के बालक / बालिकाओ एवं किशोर / किशोरियों को आच्छादित किया जायेगा द्य ग्रह भ्रमण के दौरान मास्क / ग्लब्स / सेनीटाइज़र का प्रयोग करेंगी फ्रंटलाइन वर्कर छीक या खासी आने पर अपने मुंह और नाक को अपनी कोहनी/ रुमाल से ढकेगी वर्कर अपनी आंख , नाक , मुंह को छूने से बचे। कोविड 19 चिन्हित किये गये कन्टेनमेंट जोन में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन नही किया जाएगा द्य आशा कृमि मुक्ति दवाई खिलाने के साथ साथ कृमि संक्रमण के महत्वपूर्ण व्यवहारों के बारे में समुदाय के लोगो को जानकारी भी देंगी ।
बीमार बच्चे को न खिलाएं दवा :
-किसी भी तरह की बीमारी होने पर बच्चे को एल्बेण्डाजाल टेबलेट नहीं खिलानी है। यदि किसी भी तरह उल्टी या मिचली महसूस होती है तो खबराने की जरूरत नहीं। पेट में कीड़े ज्यादा होने पर दवा खाने के बाद सरदर्द , उल्टी, मिचली, थकान होना, या चक्कर आना महसूस होना एक सामान्य प्रक्रिया है। दवा खाने के थोड़ी देर बाद सब सही हो जाता है। इसके अलावा फिर भी किसी अन्य तरह की बड़ी परेशानी हो तो मुफ्त एंबुलेंस सेवा के टोलफ्री नंबर 108 से मदद ले सकते हैं।