अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने उत्तर प्रदेश शासन के आदेश पर कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सोशल डिस्टेसिंग के उपायों को लागू करने के लिए एतिहातन विश्वविद्यालय को 02 अप्रैल तक बन्द कर दिया गया है। इस सम्बन्ध में उप-कुलसचिव विनय कुमार सिंह ने बताया कि इस अवधि में विश्वविद्यालय के कार्यां के संपादन के लिए शिक्षकों एवं कर्मचारियों को आवश्यकता पड़ने पर सेनेटाइजेशन प्रोटोकाल का अनिवार्य रूप से अनुपालन कराते हुए बुलाया जा सकता है। परिसर में केन्द्रीय मूल्यांकन कार्य भी अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है। उपकुलसचिव ने बताया कि 18 मार्च, 2020 को कोरोना वायरस के सन्दर्भ में कुलपति प्रो0 मनोज दीक्षित ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय एवं राज्य सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के सन्दर्भ में शिक्षकों एवं अधिकारियों की एक आपात बैठक की थी जिसमें सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिसर को सेनेटाइज करने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश प्रदान किया था। इस सन्दर्भ में सम्पूर्ण विश्वविद्यालय परिसर में अवकाश के दिनों में सेनेटाइज करने की प्रक्रिया निरन्तर चलती रहेगी। छात्र-छात्राओं के पाठ्यक्रमों के दृष्टिगत सभी विभागों के विभागाध्यक्षों, निदेशक, समन्वयकों एवं प्रभारी को आदेशित किया गया है कि इस समयावधि के भीतर पाठ्यक्रमों को पूरा करने के लिए ऑनलाइन अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराने के साथ-साथ पाठ्य गतिविधियों का आनलॉइन संचालन सुनिश्चित करें। कुलपति ने विश्वविद्यालय एवं सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों एवं कर्मचारियों से अपील किया है कि देश के प्रधानमंत्री के कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के सम्बन्ध में दिनांक 22 मार्च, 2020 को प्रातः 7 बजे से रात्रि 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का व्यापक प्रसार जनहित में करें। विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए परिसर में स्थित स्वास्थ्य केन्द्र को भी सावधान कर दिया है कि किसी भी संक्रमण की स्थिति में तत्काल प्राथमिक सहायता मिल सके।
कोरोना के चलते दो अप्रैल तक बंद हुआ अवध विश्वविद्यालय
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