दागी लाइसेंसी से सांठगांठ का लगा आरोप
अयोध्या। आबकारी विभाग एक बार फिर से चर्चा में है। जिला आबकारी कार्यालय में कनिष्ठ सहायक के पद पर तैनात कर्मी पर दागी लाइसेंसी से सांठगांठ का आरोप लगा है। आबकारी आयुक्त ने सांठगांठ करने वाले कनिष्ठ सहायक को निलंबित कर अपने प्रयागराज कार्यालय में संबद्ध किया है। जिला आबकारी कार्यालय में दुकानों के व्यवस्थापन की नीलामी के दौरान जिले के हैदर गंज स्थित दुकान नंबर 2 के अनुज्ञापी को ऑफलाइन धनराशि जमा करने के लिए अनुमति पत्र जारी कर दिया गया था। जबकि इस लाइसेंसी के खिलाफ अनियमितताओं और विधि विरुद्ध क्रियाकलाप के लिए दो-दो बार विभाग की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। मामले का खुलासा हुआ तो जिला आबकारी अधिकारी/सहायक आबकारी आयुक्त ने मामले की प्रारंभिक जांच कराई। प्रारंभिक जांच में पता चला कि जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय के कनिष्ठ सहायक वाकर जहीर ने हैदरगंज के दागी लाइसेंसी के साथ मिलकर साजिसन और खुद को लाभ पहुंचाने के लिए कार्यालय मोहर और अपनी दस्तखत का इस्तेमाल किया। इतना ही नहीं कनिष्ठ सहायक ने जिला आबकारी अधिकारी के चतुर्थ चरण की लाटरी संबंधी आदेश को व्हाट्सएप ग्रुप पर सार्वजनिक कर दिया। जिससे कार्यालय की गोपनीयता भंग हुई। साथ ही लिपिक की ओर से कार्यालय अभिलेखों व पत्रावलियों का समुचित अनुरक्षण नहीं किया गया। प्रारंभिक जांच में कनिष्ठ सहायक जाकर जहीर को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर जिला आबकारी अधिकारी की ओर से विभागीय कार्रवाई के लिए पत्र आबकारी आयुक्त को लिखा गया था। इसी पत्र के आधार पर प्रयागराज आबकारी आयुक्त कार्यालय के आयुक्त पी गुरुप्रसाद ने कनिष्ठ सहायक वाकर जहीर को प्रथम दृष्टया दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर आबकारी आयुक्त कार्यालय से संबद्ध कर दिया। शनिवार को जिला आबकारी अधिकारी ने कार्रवाई की पुष्टि की है।