आत्म सम्मान के साथ रहकर समाज के लिए चलानी होगी कलम : उमेश सिंह
अयोध्या। सांचे, खांचे, ढांचे के फ्रेम को तोड़कर विध्वंस में सृजन के गीत गाने होंगे सत्ता की पहरेदारी करने वाले पत्रकारों को पूंजी पतियों ने मीडिया को संदिग्ध बना दिया है लेकिन हमको आपको चेतना, आत्म सम्मान और गौरव के साथ रहकर समाज के लिए कलम चलानी है। उक्त विचार पत्रकारिता दिवस पर डा. राममनोहर लोहिया अवध विवि के कौटिल्य सभागार में पुरातन छात्रसभा द्वारा आयोजित सम्मान समारोह व ‘आईने में मीडिया‘ विषय पर गोष्ठी में वरिष्ठ पत्रकार पत्रकार उमेश सिंह ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को अब जमीनी मुद्दों पर काम करना होगा अन्यथा उनका भविष्य अंधकार की ओर ले जायेगा।
इस मौके पर पत्रकार इन्दु भूषण पाण्डेय ने कहा कि पत्रकारिता पतित हुई और अब अछूत हो गई है. सवाल खत्म नहीं होने चाहिए। पत्रकार राजेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि स्टार न्यूज की परिकल्पना से हटकर समाज के संदर्भ में जीना होगा. बाधाएं तो आती जाती रहती हैं सम्मान से समझौता नहीं होना चाहिए। वहीं पत्रकार केके मिश्रा ने कहा कि आज भी जनता प्रिंट मीडिया की तरफ आशा भरी निगाह से देखती है और उम्मीद करती है कि वह उनके दुख दर्द में कलम चलाएगी। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए लाइब्रेरियन डॉ. आर के सिंह ने कहा कि समाज को अपनी आंखों से देखिए, आगे बढ़ने के अवसर हमेशा रहते हैं।
इस मौके पर डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय पुरातन छात्र सभा ने कलम के सिपाहियों को सम्मानित किया। पत्रकारिता के पुरोधाओं में श्यामा प्रसाद प्रदीप पुरस्कार के.बी. शुक्ला, महात्मा हरगोविंद पुरस्कार राजेन्द्र पांडेय, बृजनंदन सहाय पुरस्कार राकेश यादव, एमजी गुप्ता पुरस्कार विशाल गुप्ता, आद्या प्रसाद पांडे पुरस्कार के.के. मिश्रा व गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार प्रवीण तिवारी को प्रदान किया।
गोष्ठी व सम्मान समारोह में कर्मचारी संघ अध्यक्ष डॉ. राजेश सिंह, पत्रकार महताब खान, जन सम्पर्क अधिकारी आशीष मिश्रा, डाॅ. आदित्य प्रकाश सिंह, अरुण सिंह, राजकुमार सहित प्रेस व विश्वविद्यालय के कई साथियों ने प्रतिभाग किया। आमंत्रित साथियों को धन्यवाद ज्ञापन पुरातन छात्र सभा के डाॅ. विनोद कुमार चैधरी ने किया।