कहा- तंत्रबल, धनबल, बहुबल व सत्ता बल ने हराया
अयोध्या। लगभग पौने पांच लाख मतदाताओं ने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आनन्दसेन यादव को लोकसभा चुनाव में अपना आर्शीवाद दिया यह बहुत बड़ी बात है चुनाव में हार जीत तो लगी ही रहती है। लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को जनता ने भरपूर समर्थन दिया लेकिन तंत्रबल, धनबल, बहुबल और सत्ता बल ने हराया। उक्त बातें समाजवादी पार्टी द्वारा लोकसभा चुनाव के बाद आयोजित जिला कमेटी की मासिक बैठक में कही गयी। बैठक की अध्यक्षता सपा जिला अध्यक्ष गंगा सिंह यादव ने तथा संचालन जिला महासचिव बक्तियार खान ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए लोकसभा के प्रत्याशी रहे आनंद सेन यादव ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने विपक्षी दलों की जायज मांगो को भी नहीं माना जबकि चुनाव के दौरान सत्ता धारी दल के द्वारा किसानों के खाते में पैसा भेजने से भी नहीं रोका प्रधान मंत्री और मुख्यमंत्री के फोटो लगे साइन बोर्ड सभी जगह लगे रहे उन्होंने कहा कि इस समय जनता के ऊपर अत्याचार हो रहा है बीकापुर विधानसभा क्षेत्र में प्रेमी मुगल की हत्या हुई है जिसे आत्महत्या का रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव भले हारे हैं लेकिन सेवा भाव करने का मनोबल बढ़ा है। श्री यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी को सभी जाति धर्माें का वोट मिला है किसी का कम किसी का ज्यादा वोट मिला है। बैठक को पूर्व मंत्री पवन पांण्डेय ने संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या विधान सभा में कांग्रेस को मिलने वाला वोट भाजपा को चला गया अन्यथा अयोध्या में एक लाख से ज्यादा वोट मिलता।
पूर्व विधायक अभय सिंह ने कहा कि अब 2022 के लिए हमें बूथ प्रबन्धन पर विशेष जोर देना पड़ेगा। जिला अध्यक्ष गंगा सिंह यादव ने पार्टी के सभी पूर्व विधायकों पदाधिकारियों सेक्टर प्रभारियों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि विधान सभा अध्यक्षगण अपने-अपने विधान सभा क्षेत्र में हर सेक्टर व बूथ की समीक्षा करें और 2022 के लिए हर बूथ पर सौ वोट बढ़ाने की रणनीति पर अभी से कार्य शुरू करें। उन्होंने कहा कि हमें जिन लोगों ने वोट किया है या जिन्होंने नहीं दिया है कि इसे सोचे हर आदमी के संकट और सुख दुख में खड़ा होने के लिए तत्पर रहना है। बैठक मेें जिला उपाध्यक्ष बाबूराम गौड़, छेदी सिंह, मो0 हलीम पप्पू, रामनरेश गुप्ता, मनोज जायसवाल, छोटेलाल यादव, स्वामीनाथ वर्मा, राम बहादुर यादव, जगन्नाथ पाल, विजय निषाद, वेद प्रकाश यादव, छोटे लाल यादव, अब्दुल जब्बार, कृष्ण कुमार पटेल, दानबहादुर सिंह, सत्यनारायण मौर्य, राम अचल यादव प्रमुख, दूधनाथ यादव, चन्द्रभान यादव, दरोगा यादव, जुग्गी लाल यादव, मो0 असलम, अजय विश्वकर्मा त्रिभुवन प्रजापति, के0के0 गुप्ता आदि मौजूद थे।