दबंगों के कारनामों के आगे प्रशासन बौना
कुमारगंज-फैजाबाद। इनायत नगर थाना क्षेत्र की हिसामुद्दीनपुर गांव में सह खातेदारी की भूमि पर दबंगों द्वारा जबरिया कब्जा कर मकान निर्माण किए जाने से नाराज महिला के तहसील में धरने पर बैठने के बाद तहसील प्रशासन की ओर से कराए गए समझौते को अब दबंगों ने ठेंगा दिखा दिया है।
यही नहीं दबंगों के कारनामों के आगे तहसील प्रशासन भी अब बौना नजर आ रहा है। अब तहसील प्रशासन कराए गए समझौते का भी अनुपालन कराने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है। हिसामुद्दीनपुर राजस्व गांव में गाटा संख्या 86 वा 87 खातेदारों रामानंद कृष्ण कुमार शिव कुमार व सत्यनारायण के नाम से सहखातेदारी के रूप में दर्ज है।उक्त भूमि अन्य सह खातेदारों ने अपने हिस्से से बढ़कर रामकृपाल के खाते की भूमि पर पक्का मकान निर्माण शुरू कर दिया। सुरती का पुरवा निवासी सहखातेदार रामकृपाल की बहू सुरता देवी ने तहसील से लेकर जिलाधिकारी तक का दरवाजा खटखटाते हुए अवैध निर्माण रोके जाने की शिकायत की थी। न्याय न मिलने से नाराज महिला सुरता देवी बीते 19 जून को तहसील मुख्यालय स्थित उप जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष के सामने धरने पर बैठ गई थी जिसके बाद तहसील एवं पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे।
मामले में अवैध कब्जा कर रहे लोगों को बुलाकर पंचायत किया था। उप जिलाधिकारी अशोक कुमार एवं तत्कालीन तहसीलदार विनीत कुमार की मौजूदगी में अवैध कब्जा कर रहे लोगों द्वारा नोटरी शपथ पत्र पर एक समझौता लिखा गया था जिसमें रामानंद ,कृष्ण कुमार ,शिवकुमार एवं सत्यनारायण ने सह खातेदारी की भूमि में अपने हिस्से से ज्यादा रक्बे की भूमि जिसमें अवैध कब्जा किया है, के एवज में अलग अपने हिस्से की भूमि कब्जा दिए जाने की बात कही थी। समझौता पत्र लिखे जाने के बाद धरने पर बैठी महिला ने अपना धरना समाप्त किया था। बीते 10 जुलाई को जब महिला सुलह समझौते के आधार पर मिली भूमि पर कब्जा करने गई तो दबंगों ने महिला की जमकर पिटाई कर दी। घटना के बाद पीड़ित महिला ने इनायत नगर थाने में प्राथमिकी कायम किए जाने के लिए तहरीर दी और जिलाधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर आपबीती बताई। इनायत नगर पुलिस ने मामले में न तो प्राथमिकी दर्ज की और न ही समझौते में मिली भूमि पर महिला को कब्जा दिलाए जाने की जहमत ही मोल लिया।
नतीजतन पीड़ित महिला जब उप जिलाधिकारी मिल्कीपुर अशोक कुमार के पास पहुंची तो उन्होंने यह कहते हुए महिला को बैरंग वापस लौटा दिया कि जाओ मामले में न्यायालय में मुकदमा कायम करो अब तुम्हें वहीं से न्याय मिलेगा। इस प्रकार से अपने सामने अपनी मौजूदगी में सुलह समझौता कराने वाले उपजिलाधिकारी भी अब पीड़ित महिला को न्याय दिला पाने में पूरी तरह से दबंगों के आगे बेबस नजर आ रहे हैं।
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