फैजाबाद। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोशिएशन(आइसा) और इंकलाबी नौजवान सभा (इनौस) की राज्य कमेटी ने प्रेस क्लब फैजाबाद में दो दिवसीय (4-5 अगस्त) कार्यशाला की शुरुआत की। कार्यशाला में मुख्य रूप से छात्रों- युवाओं की तत्तकालीन समस्याओं और छात्र-युवा आंदोलन की आगे की दिशा तय करने सम्बन्धी मुद्दों पर बात की गयी। आज के दौर में एनडीए सरकार द्वारा शिक्षा और रोजगार पर हो रहे हमलों और सरकार की वादाखिलाफी की पोल खोलते हुए आइसा की राष्ट्रीय अध्यक्ष ’सुचेता डे’ ने कहा की, वर्तमान सरकार देश के तमाम गरीब तबके से आने वाले छात्रों को विश्वविद्यालयों से बाहर करने की रणनीति पर काम कर रही है। चाहे वो ऑटोनोमी के नाम पर शैक्षिक संस्थानों के फण्ड कम करने का फैसला हो या तमाम विश्वविद्यालयों में कैम्पस लोकतंत्र को खत्म करने और विरोध की सभी आवाजों को दबाने का आदेश हो , ये सब फैसले देश की बहुसंख्यक आवाम के खिलाफ हैं। इनौस के राज्य सचिव ’राकेश सिंह’ ने कहा कि ,मोदी-योगी की सरकार एक ओर तो अपने किये गये वादों चाहे वो दो करोड़ रोजगार देने का वादा हो, चाहे वो महिला सुरक्षा के लिये दिया गया नारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ हो , को पूरा करने में अक्षम रही है। वहीं दूसरी ओर युवाओं में बढ़ते असन्तोष को दबाने के लिए उन्हें गाय और मंदिर-मस्जिद के नाम पर बांटने का काम कर रही है। और इस वादाखिलाफी के विरोध में छात्र- युवा ही इस सरकार का पर्दाफाश करने की कुव्वत रखते हैं और इसी उद्देश्य से यह कार्यशाला आयोजित की गयी है।
कार्यशाला में लखनऊ, इलाहाबाद, बनारस, गाजीपुर, गोरखपुर जिलों समेत पूरे प्रदेश से कार्यकर्ताओं-नेताओं ने भागीदारी की। बैठक में आइसा के राज्य सचिव ’सुनील मौर्य’, इनौस के प्रदेश अध्यक्ष ’अतीक अहमद’, आइसा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ’शक्ति रजवार’, ’नितिन राज’ आदि मौजूद रहे।
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आइसा व इनौस की कार्यशाला का हुआ शुभारम्भ
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