कहा कि आजाद की लोकप्रियता से घबराकर अंग्रेजो ने उनकी आत्महत्या का प्रचार किया
फैजाबाद। अशफाक उल्ला खान मेमोरियल शहीद शोध संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्यकान्त पाण्डेय ने कहा कि शहीद चन्द्र शेखर आजाद ने आत्महत्या नही की थी और उनके पास अंतिम गोली की अंग्रेज अफसर नाट बाबर की मनगढ़ंत कहानी थी । उन्होंने कहा कि आजाद की लोकप्रियता से घबराकर अंग्रेजो ने उनकी आत्महत्या का प्रचार किया ।
श्री पाण्डेय शहीद की जयंती पर आयोजित समारोह मे उपस्थित लोगो को संबोधित कर रहे थे ।उन्होने कहा कि यह बात पोस्टमार्टम से साबित हो गई है ।आजाद क्रान्ति कारियो के सर्वमान्य नेता और सेनापति थे ।एच एस आर ए के कमांडर की भूमिका का उन्होंने बहादुरी निभाया । जन्म दिन पर आयोजित कार्यक्रम मे अब्दुल रहमान भोलू, विकास सोनकर, इस्लाम, अंकित कनौजिया, राशिद खान, देवेश ध्यानी, आदि मौजूद थे ।कार्यक्रम की अध्यक्षता जमशेद अहमद एवं संचालन विश्व प्रताप सिंह अंशू ने किया ।
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