उच्चाधिकारियों से शिकायत के बावजूद भी सफाई कर्मियों में नहीं आ रहा सुधार
मिल्कीपुर। तहसील क्षेत्र के विकासखंड मिल्कीपुर की ग्राम पंचायतो में सफाईकर्मी बेखौफ हैं ग्राम पंचायतों में बजबजाती नालियां व कूड़े का अंबार इस बात की गवाही दे रहा है कि सफाई कर्मी स्वच्छता मिशन के अंतर्गत कितने उदासीन हैं शिकायतों के बाद भी उच्च अधिकारी इन कर्मचारियों पर मेहरबान हैं।
बताते चलें कि विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत भदोखरा स्थित सेवरा मोड मैं तैनात सफाई कर्मी की लापरवाही के चलते चैराहा स्थित मकानों, दुकानों के सामने नालियां गंदे पानी से बजबजा रहे हैं वा नाली से निकला कचरे का ढेर दुकानों व मकान के सामने पढ़ा हुआ है जिससे संक्रामक रोग का खतरा बना हुआ है बाजार निवासी डॉक्टर हरिश चंद्र शर्मा, बलवंत, घनश्याम, ओम प्रकाश शर्मा सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि छह छह माह बीत जाने के बाद भी सफाई कर्मी उदय प्रताप सफाई करने नहीं आता है जिसकी शिकायत जिसकी शिकायत खंड विकास अधिकारी मिल्कीपुर से कई बार की जा चुकी है कभी-कभार जब सफाई कर्मी उदय प्रताप आता भी है तो अपने साथ एक नौकर को लाकर नाली सफाई कर निकले गंदे कचरे के ढेर को दुकानों व मकानों के सामने रखकर चला जाता है जिससे संक्रामक रोग का खतरा बना बना रहता है।
यह तो एक ग्राम पंचायत का छोटा सा उदाहरण है यदि विकासखंड के ग्राम पंचायतों का निष्पक्ष निरीक्षण किसी उच्च अधिकारी द्वारा किया जाए तो सरकार की स्वच्छता मिशन का सच उजागर हो सकता है ग्राम पंचायत अलीपुर खजूरी , कुचेरा, गुलौली सहित तमाम ऐसी ग्राम पंचायतें हैं जहां गंदे पानी निकासी की नालियों की दुर्दशा देखने लायक भी नहीं है सफाई कर्मी मात्र ग्राम प्रधानों की घरों पर दस्तक देकर व हाजिरी लगाकर चला जाता है ग्राम पंचायतों में बने स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालयों की दुर्दशा बद से बदतर है कुछ ग्रामीण तो शौचालयों का इस्तेमाल कर रहे हैं और कुछ जो ग्राम प्रधानों वा ग्राम पंचायत सचिव के कृपा पात्र से अर्ध निर्मित है वह निश प्रयोजन साबित हो रही हैं ग्राम प्रधानों व सचिव की मिलीभगत से प्रोत्साहन राशि का लाभार्थी से मिलकर बंदरबांट कर लिया गया है यही नहीं ग्राम प्रधान वा सचिव सरकार में व अधिकारियों में वाहवाही लूटने के लिए अर्ध निर्मित शौचालयों को बनवाकर गांव को ओडीएफ घोषित करवा कर सरकारी योजना को चुना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ा है यदि जिला प्रशासन ग्राम पंचायतों में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत बने शौचालयों का वा नालियों का निष्पक्ष जांच कराले तो भ्रष्टाचार की कल ई खुलकर सामने आ जाएगी
शौचालयों के निर्माण में अनियमितताओं की शिकायत खंड विकास अधिकारी से कई बार की जा चुकी है लेकिन अधिकारी द्वारा निरीक्षण जांच मैं रुचि ना लेने से ऐसा प्रतीत होता है कि इस गोरखधंधे में खंड विकास अधिकारी व सहायक विकास अधिकारी पंचायत भी संदेह के दायरे में आ रहे हैं।