The news is by your side.

पुलिसिया कहानी पर मनोज शुक्ला के परिजनों को यकीन नहीं

पुलिस परिवार को दे पुख्ता सबूत, कराये डीएनए परीक्षण

पूर्व राज्यमंत्री ने कहा दोषी पुलिस अधिकारियों पर भी कायम हो हत्या का मुकदमा

अयोध्या। अपहरण के बाद मनोज शुक्ला की हत्या किये जाने की पुलिसिया कहानी पर उनके परिवार को यकीन नहीं हो रहा है। मनोज शुक्ला की बहन पूजा शुक्ला ने पत्रकार वार्ता में कहा कि पुलिस हमें बताये कि जिसे वह मृतक मनोज शुक्ला बता रही है उसकी असलियत क्या है। उन्होंने पुख्ता सबूत देने और मिले हुए अवशेषों की डीएनए जांच कराने की मांग प्रशासन से किया है जिससे यह स्पष्ट हो सके कि जिस शव को पुलिस मनोज शुक्ला का बता रही है वह उन्हीं की है।
उन्होंने कहा कि पुलिस का कहना है कि गोण्डा जनपद के मसकनवा रेलवे ट्रैक पर 12 जून की रात को कटी हुई लाश जीआरपी को मिली थी। जीआरपी पुलिस ने 24 घंटे के भीतर शव को नष्ट करा दिया जबकि नियम है कि पहचान न होने की दशा में शव को 72 घंटे तक डिस्पोज न किया जाय। गोण्डा पुलिस प्रशासन ने न तो आसपास के जनपदों से यह जानने की कोशिश किया कि जो शव उन्हें मिला है वह किसी जनपद का मिसिंग तो नहीं है। उन्होंने कहा हम सरकार से केन्द्रीय जांच एजेंसी से पूरे प्रकरण की जांच कराने की भी मांग कर रहे हैं क्योंकि शिनाख्त के लिए जो फोटो पुलिस दिखा रही है उसे फोटोशाप पर बनाकर गुमराह किया जा सकता है।
पत्रकार वार्ता में मौजूद सपा के पूर्व राज्यमंत्री तेजनारायण पाण्डेय पवन ने भी गम्भीर प्रश्न उठाया। उन्होंने कहा कि मनोज शुक्ला की 70 साल की बूढ़ी मां पुलिस से बार-बार कर रही है कि उसका बेटा चाहे जिन्दा है या मुर्दा है और चाहे जिस हाल में उसका चेहरा दिखा दो परन्तु प्रशासन कुछ सुन नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि शव डिस्पोज जिस तरह से किया गया वह पूरी तरह नियम विरूद्ध था। इससे साफ जाहिर होता है कि हत्यारों से पुलिस मिली हुई है ऐसी दशा में गोण्डा और अयोध्या के लापरवाह पुलिस अधिकारियों पर भी हत्या का मुकदमा कायम कर उन्हें दण्ड दिया जाय। राज्यमंत्री ने सरकार से मांग किया कि मनोज शुक्ला के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाय और एक करोड रूपये मुआवजा दिया जाय। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण को लेकर आन्दोलन रोंका नहीं जायेगा जबतक कोई निर्णायक परिणाम सामने नहीं आ जाता।

Advertisements

मनोज हत्याकाण्ड की हो सीबीआई: राजन पाण्डेय

अयोध्या। समाजसेवी राजन पांडे द्वारा मनोज शुक्ला हत्याकांड में गहरा शोक व्यक्त करते हुए शासन प्रशासन एवं मुख्यमंत्री डीजीपी सभी से अनुरोध किया कि तत्काल प्रभाव से इस हत्याकांड का खुलासा सच्चाई के साथ किया जाए अन्यथा धरना प्रदर्शन एवं रोड मार्ग जाम किया जाएगा एवं श्री पांडे ने परिवार के मध्य अपने पुत्र अंकित पांडे को भेजकर हालचाल जाना एवं परिवार को पूर्ण रूप से भरोसा दिलाया की इन हत्यारों को सजा दिलवाने हेतु हाई कोर्ट हो या सुप्रीम कोर्ट जहां जैसी भी जरूरत लगेगी तन मन धन से हम वह हमारा पूरा परिवार आपके लिए समर्पित रहेगा ऐसे जघन्य अपराध करने वालों के लिए कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए श्री पांडे ने इस प्रकरण में सीबीआई जांच की मांग की।

इसे भी पढ़े  30 देशों के रामभक्त रामलला का दर्शन कर हुए निहाल

जनौस ने भी की मनोज हत्याकाण्ड की निन्दा

अयोध्या। भारत की जनवादी नौजवान सभा के प्रदेश महासचिव व माकपा नेता कामरेड सत्यभान सिंह जनवादी ने मनोज शुक्ला की हत्या की घोर निंदा करते हुए जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण एक निर्दोष युवा की हत्या हो जाती है यह अत्यंत चिंता की बात है।
उन्होंने कहा कि जब मनोज शुक्ला का अपहरण होता है उसके सुबह प्रशासन को अपहरण करने वाले का पता चल जाता है फिर भी 3 दिन बाद उसकी हत्या की जाती है और गोंडा के मसकनवा रेलवे ट्रैक पर लाश मिलती है फर तुरन्त उसको जला दिया जाता है आखिर क्यों,72 घण्टे के पहले लावारिश लाश को भी जलाया नही जाता है फिर इतनी समझदार और जल्दबाजी प्रशासन किया क्यों। संगठन मांग करता है कि अपहरण व हत्या करने वाले सारे दोषियों को कड़ी सजा ,जो पुलिस वाले लाश को जलाने में शामिल थे उनके खिकाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किए जाने,सीसीटीवी फुटेज में छेड़छाड़ करने वाले के खिकाफ भी कारवाही करने की मांग को लेकर संगठन 18 जून को 9 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल जिला अधिकारी से मिलकर मांग करेगा।

Advertisements

Comments are closed.