चौकी प्रभारी निलंबित, चार आरक्षी लाइन हाजिर
मिल्कीपुर । इनायतनगर थाने के हल्लेद्वारिकापुर में हुई ग्राम प्रधान की हत्या के पीछे ग्राम समाज की जमीन की कब्जेदारी ही कारण बनी। बताया गया कि जंगल झाड़ी की जमीन पर अरसे से आरोपी पक्ष का कब्जा था। उसी जमीन से ग्राम प्रधान देवशरण यादव रास्ता निकलवाना चाहते थे जिसको लेकर पहले भी कई बार विवाद हो चुका था।हालांकि लेखपाल राहुल वर्मा ने कहा कि ग्राम प्रधान द्वारा जमीन खाली कराने के लिए कोई प्रार्थना पत्र राजस्व विभाग में नहीं दिया गया था। एसपीआरए ने बताया कि हल्लेद्वारिकापुर ग्राम प्रधान की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में सात लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज कराई गई है।जिसमें से दो की गिरफ्तारी हो चुकी है।पुलिस अब किसी भी घटना को रोकने के लिए मुस्तैद है।मृतक के जानमाल के गुहार वाले प्रार्थना पत्र मिलने के बाद पुलिस की लापरवाही पर बोले कि ऐसा कुछ नहीं है।जमीन सम्बन्धी विवाद था।ऐसे अप्लीकेशन तो रोज पड़ते ही रहते हैं। पुलिस को क्या पता कि हत्या हो जायेगी।
द्वारिका हल्लेपुर ग्राम प्रधान की हत्या के बाद चचेरे दामाद द्वारा दी गयी तहरीर पर थाना इनायतनगर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है जिसमें सात लोगों को नामजद किया गया है। मृतक के चचेरे दामाद दीपक कुमार यादव ने थाना इनायतनगर में जो तहरीर दिया है उसमे कहा गया है कि उसके चचिया ससुर देव शरण यादव कुचेरा बाजार से बाइक से गांव के गौतम यादव के साथ घर वापस आ रहे थे। सोमवार को सांय करीब 7 बजे ईश्वर दत्त मिश्र पुत्र हरिभान मिश्र निवासी हल्ले द्वारिकापुर के सामने पहुंचे ही थे तभी घात लगाकर बैठे अमरदीप मिश्र, रमेश, ईश्वरदत्त, महेश दत्त, रमाकांत, रवी मिश्र, गगन मिश्र जिनसे ग्राम समाज की जमीन की कब्जेदारी को लेकर विवाद चल रहा था ने हमला बोल दिया। अमरदीप व रमेश ने कट्टे से फायर किया और ईश्वर दत्त ने बांके से प्रहार किया महेश दत्त, रमाकांत, रवी मिश्रा, गगन मिश्रा ने हाकी व लाठी डंडा से हमला बोला। शोर सुनकर आकाश पुत्र सीता शरण मौके पर पहुंचा तो उसे डंडे से मारकर भगा दिया गया। उसी मध्य शोर सुनकर दीपक यादव और उसकी मां भी मौके पर पहुंची तो हमलावरों ने कहा कि हमने इसे जान से मार दिया है इसे ले जाओ इसी बींच आसपास के लोग भी एक हो गये। देवशरण यादव की मौत हो चुकी थी। घटना के दौरान कट्टे की फायरिंग से दो राहगीर भी घायल हो गये। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया इसी बींच हमलावरों ने खुद अपने घर में आग लगा ली और भाग खड़े हुए।
इनायतनगर थाना पुलिस ने नामजद अभियुक्तों में से ईश्वरदत्त मिश्र व गोपी मिश्रा को हिरासत में ले लिया है तथा अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सम्भावित ठिकानों पर दबिश डाली जा रही है। मृतक ग्राम प्रधान के परिजनों का कहना है कि एक दिन पूर्व देव शरण यादव ने बारून चौकी प्रभारी को तहरीर देकर अपने जानमाल की सुरक्षा करने की मांग किया था। बारून चैकी पुलिस ने ग्राम प्रधान की तहरीर पर कोई कार्यवाई नहीं की। प्रथम दृष्टया बारून चौकी प्रभारी राम अवतार को दोषी पाते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने उसे निलंबित कर दिया है साथ ही चौकी के चार आरक्षियों अनिल कुमार, श्रीकांत, राजेश यादव व अलखराम वर्मा को को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। हमले के दौरान घायल राहगीर 25 वर्षीय सतीश पुत्र जोखू निवासी ग्राम मजनाई थाना इनायतनगर व 35 वर्षीय अर्जुन यादव पुत्र लक्ष्मण यादव निवासी ग्राम कालीदीन का पुरवा थाना इनायनगर का इलाज जिला चिकित्सालय में किया जा रहा है। घायलों मे से एक की हालत गम्भीर है। दूसरी ओर पुलिस ने ऐतिहातन ग्राम प्रधान देव शरण यादव के घर पर पुलिस पिकेट लगा दिया है।
रात का मंजर था काफी भयावह
हल्लेद्वारिकापुर में ग्राम प्रधान की हत्या के बाद उग्र भीड़ द्वारा फूंके गए आधे दर्जन आरोपियों के मकानों को बुझाने के लिए सोमवार की रात जब फायर ब्रिगेड की गाड़ी के साथ टीम पहुंचे तो भीड़ फायर बिग्रेड टीम पर भी हमलावर हो गई। फायर ब्रिगेड के विजय प्रकाश ने बताया कि सोमवार की रात पुलिस फोर्स के सामने जब आग बुझाने फायर ब्रिगेड टीम पहुंची तो उग्र भीड़ टीम पर ही हमलावर हो गई। उग्र भीड़ को काफी समझाने बुझाने के बाद जलते हुए मकानों को बिना बुझाये ही घटना स्थल से वापस लौटना पड़ा। फायर ब्रिगेड की टीम को पुलिस का भी सहारा नहीं मिल पाया। स्थिति इतनी भयावह थी कि लग रहा था कि आज किसी की भी जान नहीं बचेगी। आगजनी घटना स्थल से किसी तरह जब जान बची और गाड़ी शाहगंज पुलिस चैकी की ओर बढ़ी तो भीड़ ने सड़क पर लाश रखकर रोडजाम करते हुए फायर ब्रिगेड की गाड़ी पर शव पर गाड़ी चढ़ाने का आरोप लगाने लगेऔर गाड़ी फूंकने की बात कहने लगे। हालांकि फायर बिग्रेड गाड़ी के ड्राइवर द्वारा ग्रामीणों से काफी मिन्नतों के बाद टीम की जान बच पायी।
ग्राम प्रधान देवशरण यादव की गोली मारकर की गई हत्या के मामले में पोस्टमार्टम के बाद अधिकारियों की अगुवाई में प्रधान का शव ग्राम हल्लेद्वारिकापुर पहुंचा। लेकिन अब मृतक ग्राम प्रधान के परिजन शव को दफनाने से मना कर रहे हैं। परिजनों का कहना है कि शव को विवादित जमीन पर ही दफनाया जाए और प्रशासन विवादित जमीन का पट्टा ग्राम प्रधान की पत्नी के नाम करे। प्रशासन और परिजनों के बीच बातचीत का दौर चल रहा है।
प्रधान की हत्या को दिया जा रहा राजनीतिक रंग, मूल समस्या से भटकाने का हो रहा प्रयास
अयोध्या। जिलाधिकारी अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कर ग्राम समाज और सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे को हटवाने व एंटी भू माफिया पोर्टल पर आयी शिकायतों पर कार्यवाही का निर्देश दे रहे हैं परन्तु सरकारी और ग्राम समाज की जमीनों पर अवैध कब्जा जमायें भू माफियाओं को स्थानीय तहसील व पुलिस प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है जिसके चलते अब हत्याओं का भी सिलसिला शुरू हो गया है।
इनायतनगर थाना क्षेत्र के ग्राम हल्ले द्वारिकापुर के ग्राम प्रधान देव शरण यादव की निर्मम हत्या भी तहसील व पुलिस प्रशासन की शिथिलता की ओर इंगित करती है। गौरतलब है कि मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र में तहसील प्रशासन व पुलिस की दुरभि संधि दबंग भू माफियाओं के साथ है जिसके कारण दर्जनों ग्राम पंचायतों में बड़े पैमाने पर ग्राम समाज की जमीनों पर अवैध कब्जा किया गया है। तहसील प्रशासन ऐसे मामलों में कार्यवाही न करके मिली शिकायतों पर तारीख पर तारीख देकर टाल मटोल की नीति अपना रखा है। जब किसी प्रकरण में हत्या हो जाती है तो उसे राजनीतिक रंग देकर मूल समस्या से भटकाने और प्रकरण को दफन करने का कार्य किया जाता है। ग्राम प्रधान देव शरण यादव प्रकरण में भी सोची समझी रणनीति के तहत सियासत शुरू कर दी गयी है ऐने केन प्रकारेण मामले को दफ्न करने का प्रयास किया जा रहा है।
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